BJP में शामिल होंगी कुमारी शैलजा? केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा- हम इनकार नहीं कर सकते, सही समय आने पर पता चल जाएगा

Haryana Congress MP Kumari Selja BJP Manohar Lal Khattar Chunav 2024

Haryana Congress MP Kumari Selja BJP Manohar Lal Khattar Chunav 2024

BJP on Kumari Selja: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा को लेकर सियासी हलचल काफी तेज है। दलित नेता शैलजा की नाराजगी से हरियाणा की सियासत गरमाई हुई है। ऐसे में बीजेपी ने शैलजा की तरफ अपना हाथ बढ़ाया है। बीजेपी ने उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए ऑफर (Kumari Selja BJP Offer) दे दिया है। हरियाणा के पूर्व सीएम और मौजूदा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि, कुमारी शैलजा का कांग्रेस में अपमान हुआ है। हम उन्हें अपने साथ मिलाने को तैयार हैं। मनोहर लाल ने कहा कि, हमने पहले भी कई नेताओं को अपने साथ मिलाया है और उन्हें भी अपने साथ लाने के लिए तैयार हैं।

वहीं शैलजा के बीजेपी में शामिल होने को लेकर मनोहर लाल खट्टर ने आगे कहा कि, कब क्या हो जाये, इसका कुछ पता नहीं। यह संभावनाओं की दुनिया है और संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता। सही समय आने पर सब पता चल जाएगा। मनोहर लाल ने यह बयान कुमारी शैलजा के साथ-साथ रणदीप सिंह सुरजेवाला के भी बीजेपी में शामिल होने को लेकर दिया है। इस दौरान मनोहर लाल ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और कहा कि, पार्टी की दलित नेता कुमारी शैलजा का बहुत ज्यादा अपमान किया गया है। शैलजा को गालियां तक दी गई हैं। इस अपमान के लिए कांग्रेस और हुड्डा गुट को कोई शर्म नहीं आई।

शैलजा के अपमान से एक बड़ा वर्ग आज आहत- मनोहर लाल  

मनोहर लाल ने कहा कि, कुमारी शैलजा के अपमान से अनुसूचित जाति समाज आहत हुआ है। आज दलित समाज का एक बड़ा वर्ग सोच रहा है कि क्या किया जाये। फिलहाल, मनोहर लाल खट्टर के इस बयान से हरियाणा चुनाव के बीच हलचल मच गई है। दलित वोट बैंक की राजनीति करने वाली पार्टियां शैलजा को अपने पाले में लाने की कोशिश में लग गईं हैं। मनोहर लाल से पहले सीएम नायब सैनी भी कुमारी शैलजा के अपमान को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हो चुके हैं। सीएम सैनी का कहना है कि, दलित होने के चलते कुमारी शैलजा के साथ भेदभाव किया जा रहा है। वह इतनी सीनियर नेता हैं, फिर भी उन्हें तवज्जो नहीं दी जा रही है और उन्हें अपमानित करने का काम हो रहा है।

अनुराग ठाकुर ने कहा- कांग्रेस दलित विरोधी है

पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने भी कुमारी शैलजा के अपमान को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। ठाकुर ने कहा कि, हुड्डा समर्थकों ने हरियाणा में दलित महिला एमपी का अपमान किया है। इससे यह पता चलता है कि, कांग्रेस दलितों के नेतृत्व को खत्म करना चाहती है। कांग्रेस दलित विरोधी है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि, जब कांग्रेस अपनी दलित नेता कुमारी शैलजा का सम्मान नहीं कर पाई, तो वह प्रदेश के बाकी दलितों का क्या करेगी।

दरअसल, पार्टी के लोगों द्वारा अपने जातिगत अपमान को लेकर कुमारी शैलजा आहत बताई जा रहीं हैं। यही कारण है कि, उन्होंने चुनाव प्रचार से दूर बना ली है, शैलजा पहले की तरह चुनाव प्रचार में सक्रिय नहीं हैं। शैलजा ने चुप्पी साधते हुए अपने आप को एक किनारे कर लिया है। हालांकि, वे अपने घर पर समर्थकों से मिल रही हैं। शैलजा के अपमान से हरियाणा का दलित समाज भी अपना गुस्सा जाहिर कर रहा है। ऐसे में कहीं न कहीं कांग्रेस हाईकमान और हरियाणा में हुड्डा गुट में खलबली मची हुई है। हरियाणा में 15 से ज्यादा सीटें कुमारी शैलजा के प्रभाव वाली मानी जाती हैं।

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हरियाणा में विधानसभा चुनाव-2024 के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग

हरियाणा विधानसभा चुनाव-2024 के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होनी है। जबकि वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। यानि 8 अक्टूबर के दिन उम्मीदवारों की तकदीर और बदलती तस्वीर का निर्णय हो जाएगा। साथ ही यह भी साफ हो जाएगा कि हरियाणा की जनता ने अबकी बार किसको सत्ता सौंपी है। गौरतलब है कि, इलेक्शन कमीशन (ECI) ने हाल ही में विधानसभा चुनाव के शेड्यूल में बदलाव किया था। इलेक्शन कमीशन (ECI) की ओर से नया शेड्यूल जारी किया गया। इससे पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 1 अक्टूबर को वोटिंग होनी थी और 4 अक्टूबर को रिजल्ट घोषित किया जाना था।

हरियाणा में कितने पोलिंग स्टेशन और कितने वोटर

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जानकारी दी है कि, हरियाणा के 22 जिलों में कुल 90 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन 90 सीटों में 73 जनरल, 0 ST और 17 SC सीटें हैं। वहीं हरियाणा में कुल वोटरों की संख्या 2.01 करोड़ है। इन कुल वोटरों में 1.06 करोड़ पुरुष और 0.95 करोड़ महिला वोटर शामिल हैं। वहीं हरियाणा में युवा वोटरों (उम्र-20 से 29) की संख्या 40.95 लाख है। जबकि फ़र्स्ट टाइम वोटरों (उम्र-18 से 19) की संख्या 4.52 लाख है। इसके साथ ही पीडबल्यूएस, बुजुर्ग और थर्ड जेंडर वोटर भी शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा में 10 हजार 495 लोकेशन पर 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। जहां लोग वोट डालने के लिए आएंगे।

हरियाणा में इस बार जल्दी विधानसभा चुनाव

हरियाणा में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है। यानि हरियाणा में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त हो जाएगा। हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटों पर पिछला विधानसभा चुनाव साल 2019 में हुआ था। तब चुनाव आयोग ने 27 सितंबर को चुनावी नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की थी और 4 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए गए थे। वहीं 7 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की तिथि थी। जबकि 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 21 अक्टूबर को हुई थी। जिसके बाद 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव में पड़े वोटों की गिनती की गई और रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया था।

किसी भी पार्टी को नहीं मिला था बहुमत

2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में बहुमत के लिए किसी पार्टी को अकेले दम पर 46 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन रिजल्ट के बाद सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 40 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य ने 9 सीटें हासिल की थी। जिसके बाद बीजेपी और जेजेपी ने आपस में गठबंधन किया और राज्य में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में गठबंधित सरकार चलाई। इस दौरान जेजेपी प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे।

लेकिन यह गठबंधित सरकार इस साल लोकसभा चुनाव से पहले बिखर गई। 12 मार्च को बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और इसके साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उसी दिन नायब सिंह सैनी ने सरकार बनाने के लिए तय विधायकों की संख्या के हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समय नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा में बीजेपी सरकार है। वहीं इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी कांग्रेस, जेजेपी और आप के बीच चौतरफा मुकाबला होने की संभावना है। उधर इनेलो भी इस बार पूरी दमखम के साथ मैदान में है।

इनेलो और मायावती की बीएसपी पार्टी गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस बार देखना यह होगा हरियाणा की जनता किस पार्टी को सत्ता में बैठाती है। ज्ञात रहे कि, हरियाणा लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लग चुका है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतीं थीं तो वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। ये सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जिसे 2019 में एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली थी।